Operation Sindoor: भारत की आतंक पर जवाबी कार्रवाई – एक विस्तृत रिपोर्ट

Category: General » Post by: Pooja Kumari » Update: 2025-05-07

7 मई 2025 की सुबह भारत एक बार फिर आतंक के खिलाफ अपने निर्णायक रुख को लेकर पूरी दुनिया की नजरों में छाया रहा। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के 15 दिन बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकियों के नौ ठिकानों को सटीक निशाना बनाकर ध्वस्त कर दिया। भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना के संयुक्त प्रयास से किए गए इस अभियान को बेहद गोपनीयता और रणनीतिक सूझबूझ के साथ अंजाम दिया गया।

Operation Sindoor: भारत की आतंक पर जवाबी कार्रवाई – एक विस्तृत रिपोर्ट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं इस ऑपरेशन की पूरी रात निगरानी करते रहे। हमले के लिए अत्याधुनिक सटीक हमला करने वाले हथियारों और लोइटरिंग म्यूनिशन का इस्तेमाल किया गया। यह कार्रवाई भारतीय धरती से ही की गई, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि भारत न केवल आतंकवाद के खिलाफ खड़ा है, बल्कि वह अपनी सीमाओं की गरिमा का भी पूरा ध्यान रखता है। सुबह 10 बजे सेना की प्रेस ब्रीफिंग में इस ऑपरेशन से जुड़ी विस्तृत जानकारी दी जानी है।

📌 Operation Sindoor: Key Highlights in Table Form

वक्तविवरण
06-07 मई रातपाकिस्तान की ओर से एलओसी व सीमा पार भारी गोलीबारी, 3 नागरिकों की मौत
04:12 AMऑपरेशन सिंदूर शुरू, भारतीय सेना की सटीक हमलों की शुरुआत
04:33 AMPM मोदी पूरी रात ऑपरेशन की निगरानी में लगे रहे
05:08 AMअमेरिका में भारतीय दूतावास ने कार्रवाई को “जिम्मेदार और नपी-तुली” बताया
05:13 AM9 ठिकाने तबाह, जिनमें 4 पाकिस्तान में और 5 पीओके में
05:23 AMपाकिस्तान के मंत्री इशाक डार की “घड़ियाली आंसू” प्रतिक्रिया
06:07 AMभाजपा नेता अल्ताफ ठाकुर की प्रतिक्रिया - “आतंक का सफाया जरूरी”
06:18 AMसेना का बयान - “हमने उपयुक्त जवाब दिया है”
06:26 AMबालाकोट के 6 साल बाद फिर एक निर्णायक कार्रवाई
06:28 AMसेना की प्रेस ब्रीफिंग सुबह 10 बजे तय

📌 ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण बातें:

  1. यह ऑपरेशन पूरी तरह भारतीय धरती से किया गया था, जिससे किसी अंतरराष्ट्रीय संप्रभुता का उल्लंघन न हो।

  2. भारतीय एजेंसियों ने टारगेट की खुफिया जानकारी पहले से तैयार की हुई थी।

  3. इस बार का फोकस जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के शीर्ष नेताओं पर रहा।

  4. सेना ने आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने में उच्च-प्रेसिजन हथियारों का इस्तेमाल किया, जिससे collateral damage न्यूनतम रहा।

  5. पाकिस्तान की तरफ से की जा रही “निंदा” और “झूठे आरोप” को अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने तवज्जो नहीं दी है।

🔴 निष्कर्ष: ऑपरेशन सिंदूर भारत के उस नए दृष्टिकोण का प्रतीक है जो आतंकवाद पर चुप नहीं रहता बल्कि उसका सटीक और प्रभावशाली जवाब देता है। बालाकोट के बाद यह एक और संदेश है कि भारत अब केवल रक्षा नहीं, बल्कि निर्णायक हमले की रणनीति को अपनाने में सक्षम और तैयार है।